Mumtaz Biography In Hindi : मुमताज अस्करी माधवानी पचास, साठ के दशक की मशहूर भारतीय अभिनेत्री हैं। उन्हें फिल्म इंडस्टीज में स्टंट नायिका के रूप में पहचान मिली है। उन्होंने 15 साल के छोटे से करियर में 108 से ज्यादा हिंदी फिल्मों में काम किया हैं। वह अपने ज़माने में बेहद बहुमुखी, सुंदर, आकर्षक थी।
ऐसा प्रतीत होता था जैसे कि हर भूमिका सिर्फ मुमताज को ध्यान में रखकर लिखा गया हो। चाहे नकारात्मक हो या सकारात्मक, गंभीर हो या हल्की, शर्मीली हो या भड़कीली उसने हर किरदार में अपनी काबिलियत साबित की।

मुमताज़ अपने ज़माने की सबसे महगी अभिनेत्री हुआ करती थी। मुमताज़ अपनी मर्सिडीज से फिल्म सेट पर जाया करती थी। अगर आप भी दिग्गज अभिनेत्री मुमताज़ के बारे में जानना चाहते हो तो आप बिलकुल सही जगह पर हो।
इस आर्टिकल में हम आपको अभिनेत्री मुमताज का जीवन परिचय( Mumtaz Biography In Hindi) परिवार, करियर, फ़िल्में, पति, नेटवर्थ के बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्रदान करेंगे।
अभिनेत्री मुमताज का जीवन परिचय | Mumtaz Biography In Hindi
Page Contents
अभिनेत्री मुमताज की जीवनी एक नजर में (Mumtaz Ki Jivani)
वास्तविक नाम | मुमताज़ (Mumtaz) |
उपनाम | स्टंट हीरोइन |
जन्म | 31 जुलाई 1947 |
जन्म स्थान | बॉम्बे, बॉम्बे प्रेसिडेंसी, ब्रिटिश भारत |
राशि | कर्क |
धर्म | इस्लाम |
नागरिकता | भारतीय |
होमटाउन | मुंबई, भारत |
पिता का नाम | अब्दुल सलीम अस्कारी |
माता का नाम | शदी हबीब आगा |
भाई का नाम | शारूक़, शहजात |
बहन का नाम | मल्लिका अस्कारी |
बॉयफ्रेंड | शम्मी कपूर |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
पति का नाम | मयूर माधवानी |
बच्चे | नताशा माधवानी, तान्या माधवानी |
डेब्यू फिल्म | बाल कलाकार के रूप में: फिल्म सोने की चिड़िया (1958) अभिनेत्री के रूप में : स्त्री (1961) |
अवार्ड्स | • वर्ष 1970 – फिल्म खिलौना – फिल्मफेयर अवार्ड (सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री) • वर्ष 1997 – फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड • वर्ष 2008 – फिल्मजगत में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए आइफा अवार्ड |
नेटवर्थ | $5 million |
मुमताज का जन्म (Mumtaz Birth Date)
मुमताज़ (Mumtaz) का जन्म 31 जुलाई, 1947 को बॉम्बे (बॉम्बे प्रेसिडेंसी, ब्रिटिश भारत) महाराष्ट्र, भारत में हुआ था। उनका निक नेम मुमु है। उनकी राशि कर्क है। उनकी राष्ट्रीयता भारतीय है और इस्लाम है।
मुमताज का परिवार (Mumtaz Family)
मुमताज के माता पिता दोनों ईरानी मूल के थे लेकिन बंबई, भारत में बस गए थे। मुमताज़ के पिता का नाम अब्दुल समीर अस्करी था, जो एक एक सूखे मेवे के विक्रेता थे। मुमताज़ की माता का नाम सरदार बेगम हबीब आगा उर्फ नाज़ था। उनकी माँ नाज़ भी फिल्मों में एक अभिनेत्री थीं।
साल 1947 में, मुमताज़ के जन्म के ठीक एक साल बाद दोनों का तलाक हो गया और मुमताज़ अपनी माँ के साथ अपनी नानी के घर पर रहने लगी। मुमताज के दो भाई और एक बहन भी है।
उनके भाई के नाम शारूक़ अस्करी और शहजात अस्करी है। उनकी छोटी बहन का नाम मल्लिका अस्करी हैं, जो फिल्मों में काम करती है। मल्लिका अस्करी की शादी पहलवान और अभिनेता दारा सिंह के छोटे भाई रंधावा (पहलवान और भारतीय अभिनेता) से हुआ था।
मुमताज का करियर (Mumtaz Career)
मुमताज़ जब महज 12 साल की थी तब उनका परिवार को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ा, जिसके चलते मुमताज़ और उनकी बहन दोनों ने फिल्मों में काम करने का फैसला किया।
मुमताज एक जूनियर कलाकार के रूप में फिल्म संस्कार (1952), यास्मीन (1955), लाजवंती (1958) में अभिनय करने के लिए तैयार हो गईं और बहुत कम उम्र में समूह-दृश्यों में दिखाई देने लगीं। मुमताज़ ने हिन्दी फिल्म सोने की चिड़िया (1958) से एक बाल कलाकार के रूप में अपने अभिनय करियर की शुरुआत की।
वह वी. शांताराम की स्त्री और सेहरा में कैमरे के सामने आईं लेकिन लगभग किसी का ध्यान नहीं गया। मुमताज़, एक वयस्क के रूप में उनकी पहली भूमिका ओ. पी. रल्हन की गेहरा दाग में नायक की बहन की भूमिका थी। इसके बाद मुमताज को मधुबाला के पिता अताउल्लाह खान द्वारा बनाई जा रही फिल्म पठान में मुख्य भूमिका मिली, लेकिन फिल्म अधूरी रह गई।
1960 के दशक की शुरुआत में बॉम्बे में फिल्मों में जूनियर कलाकार की भूमिका निभाने वाले कलाकारों का एक संघ था और प्रत्येक जूनियर कलाकार को अपनी आय का एक हिस्सा इस संघ को देना पड़ता था। साल 1958-1963 तक मुमताज़ ने केवल छोटी छोटी भूमिकाएँ निभाई।

उम्र छोटी होने की वजह से कोई सुपरस्टार उनके साथ काम करने को तैयार नहीं होता था। इसी के चलते मुमताज़ को साइड रोल मिलने लगे। मुमताज़ की ज़िंदगी में एक ऐसा वक्त भी आया जब उन्हें बी-ग्रेड की फिल्मों में काम करना पड़ा।
अब धीरे धीरे मुमताज़ को कम बजट की बी ग्रेड की फिल्में मिलने लगी। साल 1963-68 तक उन्हें फ्रीस्टाइल पहलवान दारा के साथ फौलाद, वीर भीमसेन, टार्जन कम्स टू डेल्ही, सिकंदर-ए-आजम, रुस्तम-ए-हिंद, राका, और डाकू मंगल सिंह सहित 16 एक्शन फिल्मों में मुख्य नायिका की भूमिका मिली।
मुमताज़ को स्टंट हीरोइन के रूप में लेबल किया गया था। दारा सिंह और मुमताज ने एक साथ जो फिल्में कीं, उनमें दारा सिंह का वेतन प्रति फ़िल्म INR 450,000 था, और मुमताज़ का वेतन प्रति फ़िल्म INR 250,000 था। दारा सिंग के साथ उनकी 16 में से 10 हिट फिल्में थीं।
मुमताज को सेहरा, काजल, खानदान, सावन की घाटा, अनपद, हमराज़, प्यार किया जा, पति पत्नी, मेरे सनम, सूरज, पत्थर के सनम, राम और श्याम और ब्रह्मचारी जैसी ए ग्रेड हिट फिल्मों में सहायक अभिनेत्री की भूमिकाएँ मिलीं।
फिर उन्हें 1969 में ‘दो रास्ते‘ में राजेश खन्ना के साथ साइन किया गया। आराधना की रिलीज़ के बाद, राजेश खन्ना सुपरस्टार बन गए थे और उनकी अगली 2 रिलीज़ ‘दो रास्ते‘ और ‘बंधन’ दोनों में मुमताज उनकी नायिका के रूप में थीं।
इन 2 फिल्मों की रिलीज़ के बाद, मुमताज 1970-1976 तक सबसे अधिक भुगतान पाने वाली हिंदी अभिनेत्री बन गईं। राजेश खन्ना के साथ उन्होंने कुल 10 फिल्मों में काम किया।
मुमताज ने फिरोज खान के साथ अभिनय किया और मेला (1971), अपराध (1972) और नागिन (1976) जैसी हिट फिल्में दीं। उन्होंने लोफर और झील के उस पार (1973) जैसी फिल्मों में धर्मेंद्र के साथ काम किया।
मुमताज़ पर स्टंट हीरोइन का लेबल होने की वजह से शशि कपूर ने फिल्म ‘सच्चा झूठा’ में काम करने से मना कर दिया था लेकिन मुमताज़ की बढ़ती पॉपुलैरिटी के बाद उन्होंने ‘चोर मचाए शोर‘ (1973) में काम किया था।
मुमताज़ ने अपने परिवार पर ध्यान केंद्रित करने के लिए ‘आयना‘ (1977) के बाद फिल्मों को छोड़ दिया। उन्होंने 13 साल बाद फिल्म आंधियां के साथ वापसी की, लेकिन जब फिल्म फ्लॉप हो गई।
मुमताज़ के अवार्ड्स (Mumtaz Award)
अपने करियर के दौरान, मुमताज़ को तीन नामांकनों में से सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के लिए ‘एक फिल्मफेयर पुरस्कार’ और ‘सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री’ के लिए, एक ‘बीएफजेए पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया।
- सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री के लिए बीएफजेए पुरस्कार – ब्रह्मचारी (1968)
- सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के लिए फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार – खिलोना (1970)
- फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड (1996)
- सिनेमा में एक भारतीय द्वारा उत्कृष्ट योगदान, मानद पुरस्कार (2008)
मुमताज ने साल 1970 में फिल्म खिलोना के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का फिल्मफेयर पुरस्कार जीता। दरअसल, खिलोना फिल्म में चांद के किरदार को करने के लिए किसी ने भी रुचि नहीं दिखाई थी, क्योंकि यह स्टोरी के हिसाब से यह वेश्या का किरदार था। लेकिन उस भूमिका के साथ मुमताज को अपना एकमात्र फिल्मफेयर पुरस्कार मिला।
मुमताज की नेट वर्थ (Mumtaz Net Worth)
मुमताज़ अपने ज़माने में सबसे महंगी अभिनेत्री हुआ करती थी। उन्होंने एक अभिनेत्री के रूप में अपने प्राथमिक करियर से इतनी संपत्ति अर्जित की है। विकिपीडिया, फोर्ब्स, आईएमडीबी और विभिन्न ऑनलाइन संसाधनों के अनुसार मुमताज़ की कुल संपत्ति या की नेट वर्थ $1 मिलियन – $5 मिलियन डॉलर होने का अनुमान है।
मुमताज के अफेयर्स (Mumtaz Affairs)
मुमताज़ की खूबसूरती का हम इस बात से पता लगा सकते हैं, उस समय के प्रतिष्ठित अभिनेता शम्मी कपूर, देव आनंद, जितेंद्र, धर्मेंद्र सभी उनके प्यार में पागल थे।

मुमताज जब 18 साल की थीं तभी शम्मी कपूर ने उन्हें शादी के लिए प्रपोज कर दिया था। शम्मी कपूर उनसे प्यार करते थे और उनसे शादी भी करना चाहते थे लेकिन मुमताज कम उम्र में अपना फिल्मी करियर छोड़ने को तैयार नहीं थीं और शम्मी कपूर नहीं चाहते थे कि शादी के बाद उनकी पत्नी फिल्म इंडस्ट्री में काम करें। इसलिए फिर दोनों ने अपने रास्ते बदल दिए और हमेशा के लिए अलग हो गए।
मुमताज की शादी (Mumtaz Marraige)
दिग्गज अभिनेत्री मुमताज ने 27 साल की उम्र में साल 1974 में युगांडा के व्यवसायी मयूर माधवानी से शादी की। शादी के बाद, मुमताज़ ने अपने करियर को छोड़कर अपने परिवार पर ध्यान देने का फैसला किया।

वह युगांडा और फिर लंदन चली गईं और लंबे समय तक बॉलीवुड से दूर रहीं। हालाँकि, अब उनके बच्चे बड़े हो गए है और अपने जीवन में बस गए है, तो मुमताज अक्सर मुंबई आने लगीं है।
मुमताज की दो बेटियां नताशा और तान्या हैं। जिनमें से एक नताशा माधवानी ने साल 2006 में अभिनेता फिरोज खान के बेटे फरदीन खान से शादी की।
मुमताज के जीवन से जुडी कुछ रोचक बातें
- रियल लाइफ में भी मुमताज एक फाइटर साबित हुई। मुमताज़ को 54 साल की उम्र में स्तन कैंसर का पता चला था। कैंसर-मुक्त होने से पहले उन्होंने कथित तौर पर छह कीमोथेरपी किए थे।
- मुमताज़ अभिनेता फरदीन खान की सास हैं।
- शाद रंधावा अभिनेत्री मुमताज के भतीजे हैं।
- उनके भाई के अनुसार, मुंबई के कॉर्टर रोड पर स्थित मुमताज़ का घर मीना कुमारी ने उपहार स्वरूप भेंट किया हुआ है।
- राज कपूर की फिल्म “मेरा नाम जोकर” पहले मुमताज़ को ऑफर की गई थी लेकिन फिल्म में विदेशी लड़की के किरदार निभाते हुए, काफी अंग प्रदर्शन भी करना था। मुमताज़ ने फिल्म करने से मना कर दिया और उनकी जगह सिमी ग्रेवाल को लिया गया।
- मुमताज़ की आखिरी फिल्म ‘नागिन’ थी। इस फिल्म में काम करने के लिए उन्हें ₹8 लाख मिले थे। उस समय यह बहुत बड़ी रकम होती थी।
- फिल्म ‘बंधे हाथ’ में उनके साथ अमिताभ बच्चन थे और वह उनकी मर्सिडीज कार को काफी पसंद करते थे और उसे खरीदने की इच्छा रखते थे। तब उन्होंने बिना किसी को कहे कार की चाबी अमिताभ बच्चन को सौंप दी और स्वयं अमिताभ की साधारण कार ले ली।
- फिल्म हरे राम हरे कृष्णा (1971) में, देव आनंद ने पहली बार मुमताज़ को अपनी बहन की भूमिका निभाने की पेशकश की। लेकिन, उन्होंने फिल्म करने से मना कर दिया था, क्योंकि वह ऑन-स्क्रीन देव आनंद की बहन की भूमिका नहीं करना चाहती थी। इसके बाद, जीनत अमान ने इस भूमिका को निभाया।
- मुमताज़ जी को फिल्म इंडस्ट्री के लोग कई नामों से बुलाते थे। राजेश खन्ना उन्हें प्यार से मोटी कहते थे। देवानंद उन्हें प्यार से मुंजी बुलाया करते थे।
FAQ
अभिनेत्री मुमताज के पति का नाम मयूर माधवानी है।
मुमताज की पहली फिल्म सोने की चिड़िया थी, जो साल 1958 में रिलीज़ हुई थी इस फिल्म में मुमताज ने बाल कलाकार के रूप में काम किया था।
मुमताज की दो बेटियां नताशा और तान्या हैं। जिनमें से एक नताशा माधवानी ने साल 2006 में अभिनेता फिरोज खान के बेटे फरदीन खान से शादी की।
मुमताज़ ने राजेश खन्ना के साथ कुल 10 फिल्मों में काम किया है।
निष्कर्ष
दोस्तों इस आर्टिकल में हमने पूरी कोशिश की है की आपको अभिनेत्री मुमताज का जीवन परिचय (Mumtaz Biography In Hindi) के बारे में पूरी माहिति प्रदान हो। फिर भी अगर इसके साथ जुडी कोई भी माहिती आपके पास हो तो आप उसे कमेंट बॉक्स में जरुर बताएं। हम इसे जल्द से जल्द अपडेट करने की कोशिश करेंगे।
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